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वीयूसीए

वीयूसीए क्या है

आज की दुनिया में, वीयूसीए शब्द भाषण और लेखों में इस्तेमाल किया जाने वाला एक प्रचलित संक्षिप्त शब्द यानी एक्रोनिम बन गया है। हालांकि इसे पूरी तरह से समझा नहीं गया है। हम आपके लिए इस शब्द को समझने से जुड़ी हर ज़रूरी बात की व्याख्या करेंगे।

वीयूसीए क्या है?

वीयूसीए आधुनिक दुनिया को परिभाषित करने वाले चार प्रस्तुतकर्ता शब्दों या चुनौतियों का एक संक्षिप्त रूप है। वीयूसीए शब्द हमारी रोज़मर्रा की ज़िंदगी में सैन्य शब्दावली से आया है: अमेरिका के ट्विन टावर्स पर 9/11 के आतंकवादी हमले के बाद यह शब्द प्रचलन में आया था। जिसका इस्तेमाल अमेरिकी सेना द्वारा तेजी से बदलती और अप्रत्याशित स्थितियों को दर्शाने के लिए किया गया था, जिनकी न तो योजना बनाई जा सकती है और न ही पूर्वानुमान लगाया जा सकता है।

वीयूसीए के अलग-अलग अक्षरों का मतलब कुछ इस प्रकार है:

  • वोलैटिलिटी - दुनिया में बदलाव लगातार और हमेशा बड़े पैमाने पर होते हैं, जो जीवन के सभी हिस्सों पर एक साथ अपना असर दिखाते हैं
  • अनसर्टेनिटी - वर्तमान के बारे में बता पाना मुश्किल होता है, साथ ही भविष्य को भी किसी ठोस योजना के अनुसार निर्धारित नहीं किया जा सकता है
  • कॉम्प्लेक्सलिटी - कई अलग-अलग स्वतंत्र स्थितियां इतनी उलझी हुई होती हैं कि वे विनाश की ओर ले जाती हैं
  • ऐम्बिग्यूअस्ली - क्योंकि किसी भी स्थिति को पूरी तरह से समझ पाना मुश्किल होता है, इसलिए उसमें हमेशा ही कुछ न कुछ अनदेखा-अनजाना छुपा होता है।

आज,वीयूसीए की परिभाषा बहुत व्यापक है। यह एक पूर्ण वैचारिक कल्पना का प्रतिनिधित्व करती है जो आधुनिक समय के प्रबंधन और करियर संबंधी रणनीतियों को रेखांकित करती है। वीयूसीए शब्द को 2009 में बॉब जोहानसन ने अपनी किताब लीडर्स मेक द फ्यूचर में व्यावसायिक जगत के लिए गढ़ा था । इस परिभाषा के ज़रिए, उन्होंने वर्तमान समय में बढ़ती अशांति का उल्लेख किया था, जिसे आज हम हर साल आर्थिक और सामाजिक दोनों ही मोर्चो पर पेशेवर लोगों के लिए ज़रूरी कौशल के विकास और विचारों में लगातार होते बदलाव में देख सकते है।

वीयूसीए का युग क्या है?

वीयूसीए का युग क्या है

जब बात आती है कि व्यवहारिक तौर पर वीयूसीए का क्या अर्थ है, तो आप इसके संकेतों को अपने आस-पास देखकर ही समझ सकते हैं। उदाहरण के लिए, आज वीयूसीए के युग में रहने वाले औसत व्यक्ति का जीवन कुछ यूँ दिखता है:

  • काम - वैश्विक नौकरियां स्थानीय नौकरियां के विपरीत होती हैं, और उनका प्रभाव एक पेशे या विभाग से संचारित होकर दूसरे पेशे या विभाग के कार्यों में मिल जाता है। इसलिए आपको क्रॉस-फंक्शनल पेशेवर बनना चाहिए और लगातार नये कौशलों को सीखने के लिए, प्राथमिकता निर्धारित करने और उनका प्रतिनिधित्व करने लायक बनना चाहिए।
  • परिवार - नौकरी को बच्चों की परवरिश और नज़दीकी लोगों की देखरेख करते हुए आपसी सामंजस्य बैठाकर करना पड़ता है, और साथ ही दूसरी घरेलु जिम्मेदारियों की और भी ध्यान देना होता है, ऐसे में उनमें से कुछ की जिम्मेदारी को किसी दूसरे को सौंपे बिना सभी जिम्मेदारियों को पूरा कर पाना असंभव है।
  • दोस्त - हर कोई पहले खुद के और अपने व्यवसाय के बारे में बात करने की कोशिश करता है, समय और आंतरिक संसाधनों की कमी के कारण दोस्तों से मिलना-जुलना मुश्किल हो गया है, जिससे रिश्तों का तानाबाना बार-बार बदल सकता है या कोई रिश्ता पूरी तरह से निष्क्रिय हो सकता है।
  • सोशल मीडिया - हम लगातार सूचनाओं के प्रवाह में हैं। कमोवेश हम लगातार एक के बाद एक नई सूचना का उपभोग करते हैं (काम के दौरान भी), उनका मूल्यांकन और विश्लेषण करते हैं।
  • समाचार - हर दिन कई महत्वपूर्ण घटनाएं घटती हैं, विशेष तौर पर नकारात्मक घटनाएं।

वीयूसीए का युग एक ऐसा युग है जहाँ लोगों के पास भविष्य को लेकर कोई निश्चितता नहीं है न ही भविष्य की अस्थिरता और उसके महत्त्व के कारण उसे लेकर कोई स्पष्ट योजना है। कोरोना काल की महामारी, जिसने 2020 में दुनिया को एक तरह से पंगु बना दिया, स्वास्थ्य से लेकर अर्थव्यवस्था और संस्कृति तक, सामाजिक जीवन के सभी हिस्सों में फिर से अनिश्चित स्थिति की ओर इशारा करते हैं।

वीयूसीए के लाभ और हानियाँ

वीयूसीए के लाभ और हानियाँ

कई विशेषज्ञों का तर्क है कि वीयूसीए के हिस्से, जैसे कि वोलैटिलिटी, अनसर्टेनिटी, कॉम्प्लेक्सलिटी और ऐम्बिग्यूअस्ली सिर्फ़ एक निश्चित अवधि के बाद अपना नकारात्मक प्रभाव दिखायेंगे और व्यापार से शुरू होकर जीवन के बाकी सभी हिस्सों तक फैलते जायेंगे। नतीजतन, यहाँ यह समझने की ज़रूरत है कि इससे किस तरह का खतरा पैदा हो सकता है।

  • मनोवैज्ञानिक नज़रिए से इससे समाज अस्थिर हो सकता है, कर्मचारियों में अकारण चिंतित रहने की समस्या और स्वास्थ्य संबंधी दूसरी समस्याएं पैदा हो सकती हैं और साथ ही, लोग भावनात्मक तनाव का शिकार हो सकते हैं।
  • सफल कैरियर की निरंतर प्रगति को हतोत्साहित और बाधित करता।
  • आपकी क्षमताओं और कौशलों में बदलाव के लिए फिर से नये कौशल सीखने और क्षमताओं को विकसित करने की मांग को जन्म देता है।
  • आपको अपने काम के लिए अधिक ऊर्जा और संसाधन समर्पित करने होते हैं।
  • लंबी अवधि वाले प्रोजेक्ट्स से संबंधित जोखिम बढ़ जाता।
  • कॉर्पोरेट संस्कृति में बदलाव और कंपनी के अंदरुनी वातावरण को प्रभावित करने के लिए विवश करता
  • आपको आपके नज़रिए और रणनीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए विवश करता है, वर्तमान नियमों के प्रभाव को कम करता, और इस तरह आपके प्रयासों को भी कमज़ोर करता है।

हालांकि, ऊपर बताई गई सभी बातों का मतलब यह नहीं है कि वीयूसीए की इन चुनौतियों के कारण किसी इंसान या व्यवसाय का आज नहीं तो कल नुकसान निश्चित है। असल में, वीयूसीए का शुक्रिया, क्योंकि ऐसा कोई भी कर सकता है।

  • अपने नेतृत्व और प्रबंधन कौशल में सुधार करें, टीम में काम करने और उसके सदस्यों के साथ समन्वय स्थापित करने की कला सीखें।
  • आगे की खोज और एक रोमांचक शुरुआत करने के लिए एक विषय के तौर पर स्थिति की पेचीदगी पर विचार करके निर्णय लेना और एक टीम लीडर बनना शुरू करें।
  • व्यावसायिक प्रक्रियाओं के किसी हिस्से को स्वचालित करने, टीम पर काम के बोझ को कम करने और स्थिति को स्थिर करने के लिए नये व्यावसायिक अविष्कारों और नई रूपरेख, जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंसी को लागू करें।
  • नये साझेदार और व्यावसायिक संबंध बनायें। वीयूसीए के दौर में, दूसरे संगठनों के साथ परस्पर सहयोग करना पहले की तुलना में कहीं ज़्यादा महत्वपूर्ण है।
  • टीम को नैतिक स्तर पर एक साथ जोड़ें, क्योंकि चुनौतियों पर नियंत्रण करने से सदस्यों के बीच भावनात्मक और व्यक्तिगत संबंध स्थापित होते हैं।
  • अपने कार्यबल यानी श्रमिकों में नया उत्साह पैदा करें, क्योंकि वीयूसीए के युग में, नये क्रॉस-फ़ंक्शनल्स और अनुकूलनीय पेशेवर आ रहे हैं जो आपके व्यवसाय को अगले स्तर तक ले जा सकते हैं।

वीयूसीए नेतृत्व क्या है?

वीयूसीए नेतृत्व क्या है

वीयूसीए मॉडल में नेतृत्व बदलावों का लाभ उठाने और व्यवसाय या टीम पर उनके असर में कमी लाने के लिए स्पष्ट, प्रभावी और लचीली कार्रवाई करके परिवेश में तेजी से बदलाव और प्रतिक्रिया देने की क्षमता है। इस तरह, वीयूसीए के परिवेश में एक मैनेजर की भूमिका अनिवार्य रूप से अनिश्चितता की घड़ी में न्यूनतम निश्चितता का भरोसा पैदा करती है। किसी स्थिति की जटिलता और अनिश्चितता जितनी ज़्यादा होती है, एक लीडर को अपने नेतृत्व का उतना ही ज़्यादा प्रदर्शन करना चाहिए, और उसकी कार्रवाई में बढ़चढ़ कर योगदान देने की ज़रूरत होती है। हालांकि, इससे संबंधित कोई निर्धारित निर्देश नहीं है कि एक लीडर को वीयूसीए के परिवेश में कैसे काम करना चाहिए। लीडर का मुख्य काम खुद को उस परिवेश के अनुसार ढाल कर कम से कम समय में अनिश्चितता के कारण उत्पन्न हुई समस्याओं का समाधान खोजना होता है।

हालांकि, इसमें आपको पारंपरिक नेतृत्व कौशल की भी मदद लेने की ज़रूरत पड़ती है। जो इन सबसे ऊपर, वीयूसीए के नेतृत्व कौशल का हिस्सा हैं:

  • दृष्टिकोण- यह एक बड़ी तस्वीर देखने यानी अपने नज़रिए को विस्तार देने जैसा है, टीम के लिए एक स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करने और मौजूदा स्थिति में अपने कार्यों और परियोजनाओं के बीच समझदारी से सामंजस्य स्थापित करने की क्षमता है। तेजी से अचानक बदलते हुए माहौल में, लक्ष्य की दूरदर्शिता व्यवसाय को बर्बाद होने से बचा सकती है। वरना, किसी गड़बड़ी का शिकार हुए बिना बुनियादी योजना का चतुराई से पुनर्निर्माण और अनुकूलन करना असंभव है।
  • निगरानी और विश्लेषण- रुझानों की निगरानी, बाज़ार का विश्लेषण और प्रतिद्वंदियों पर नज़र गढ़ाये रखने को कंपनी की दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बनाने से किसी अचानक आने वाले संकट की स्थिति में कंपनी को पतन से बचाया जा सकता है। एक लीडर किसी मुश्किल घड़ी में कंपनी को बचाने के लिए समय रहते बदलाव संबंधी शुरुआती चेतावनी से जुड़े संकेतों को समझ सकता है या अपने प्रतिद्वंदियों के द्वारा अपनाये गये समाधान का इस्तेमाल कर सकता है।
  • लचीलापन और अनुकूलनीयता- रटे-रटाये नियमों से परे सोचने, परंपराओं को तोड़ने और बुनियादी योजना से अलग मांगों के अनुकूल बनने की क्षमता एक सच्चे लीडर को एक सामान्य कर्मचारी से अलग बनाती है।
  • निर्णय लेना- ख़राब या अस्थिर माहौल में निर्णय लेना ज़्यादा मुश्किल हो जाता है। नैतिक रूप से जिम्मेदारी निभाना चुनौतीपूर्ण बन जाता है। यह वाकई में सच है और बहुत मुश्किल भी है अगर संसाधन सीमित हों तो । हालांकि, वीयूसीए के युग में नेतृत्व का मतलब तब भी काम करने की क्षमता ही है, जब आपको पूरी तरह से सूचित नहीं किया जाता है और आप अपने पिछले अनुभव के भरोसे कोई निर्णय नहीं ले सकते हैं।
  • टीम वर्क- वीयूसीए के युग में, किसी भी व्यवसायिक परंपरा के 100% सर्वोत्तम होने और हर परिस्थित में, कभी भी काम आने की गारंटी नहीं है। इसलिए अपने कर्मचारियों और प्रबंधन के साथ मिलजुलकर काम करना, सभी को नये और अनोखें समाधान खोजने की प्रक्रियाओं में शामिल करना एकमात्र विकल्प है।

इसके अलावा, वीयूसीए के परिवेश में, लीडर को कर्मचारियों में बदलाव लाने के अलावा दूसरे नियमों को भी लागू करना पड़ सकता है, जिसका कर्मचारी बड़ी आसानी से विरोध कर सकते हैं। कुछ लोग नये माहौल में पुराने तरीकों का इस्तेमाल करना जारी रख सकते हैं और वीयूसीए के नियमों का पालन करने से इनकार कर सकते हैं, जो बिना किसी संदेह के व्यवसाय को संकट में डाल देगा। डर के कारण लकवा जैसी समस्या भी हो सकती है, जो उदासी और बेकारी की वजह भी बन सकती है। इन सब समस्याओं से निपटने के लिए लीडर को उसकी टीम के साथ छोटी लेकिन गंभीर बैठकें करके और उन्हें वीयूसीए परिवेश में बने रहने के लिए प्रशिक्षण (जबरदस्ती नहीं!) देने योग्य होना चाहिए।

रणनीतिक प्रबंधन में वीयूसीए मॉडल

रणनीतिक प्रबंधन में वीयूसीए मॉडल

हालांकि वीयूसीए की अवधारणा निराशाजनक और तनाव देने वाली लग सकती है, क्योंकि यह व्यवसायों को विफलता और दिवालियापन की ओर ले जा सकती है, यह उन लोगों के लिए कई अवसर भी पैदा करती है जो उसे पसंद करते हैं। आप उसके आधार पर रणनीतिक प्रबंधन को अपनाकर वीयूसीए के युग की मुश्किलों का अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं।

वीयूसीए के परिवेश में कारगर प्रबंधन के रहस्य हैं:

  • अस्थिरता का सामना करना - स्पष्ट और सार्वभौमिक केपीआई या मानदंड के द्वारा एक शक्तिशाली एवं ठोस योजना के साथ एक निर्देशिका का निर्माण करें जिसे आप सभी स्थितियों में इस्तेमाल कर सकते हैं। साथ ही, जो आपको कर्मचारियों को प्रशिक्षित करने और नेतृत्व कौशल विकसित करने जैसे कि हमने ऊपर बताया था, अस्थिरता और जोखिम को कम करने में सहायता करेगी। नियमित प्रशिक्षण, अपने आप में, लचीलापन और अनुकूलन क्षमता संबंधी कौशल का निर्माण करता है, इसके अलावा कर्मचारियों को लुभाने से संबधित जानकारी रखने और अपने ज्ञानकोष में लगातार नये विचारों को जोड़ने योग्य बनाता है।
  • निवेश प्राथमिकता और विश्लेषण- वीयूसीए के युग में, यह विशेष तौर पर निर्माण विभाग में निवेश करने के वाला ख़र्च होता है ताकि कंपनी तेजी से बदलती उपभोक्ता मांगों के अनुरूप नये उत्पाद लॉन्च कर सके। हालांकि, सबसे अच्छा यह होगा कि अगर आप पहले से यह भी तय कर लें कि आप आपातकालीन स्थितियों में बजट में किस तरह की कटौती कर सकते हैं और लागतों को कैसे स्थितियों के अनुसार अनुकूलित कर सकते हैं। साथ ही, ग्राहकों की इच्छाओं के बारे में जानना महत्वपूर्ण है - सर्वेक्षण या ए/बी-टेस्टिंग उनकी पहचान करने के अच्छे तरीके हैं।
  • किये गये कार्यों का आकलन- भविष्य में आपके प्रयासों की कारगरता में सुधार करने के लिए आपकी कंपनी द्वारा पूर्व में, सुलझाई गई सभी समस्याओं और चुनौतियों की समीक्षा करें।
  • नकल और परीक्षण - एक कोच के साथ मिलकर या अकेले ही, एक व्यवसाय अलग-अलग बाज़ार परिस्थितियों का पता लगा सकता है ताकि यह सीख सके कि उनके प्रति जल्दी और तर्कसंगत प्रतिक्रिया कैसे दी जाये। इसके अलावा, विज्ञापन या उत्पादों में एक प्रयोगात्मक दृष्टिकोण कंपनी की अनुकूलन क्षमता में बदलाव के लिए उसमें बढ़ोतरी कर सकता है। कहानी बुनना और संकट संबंधी योजना बनाना, टीम- और रोल-प्लेइंग भी वीयूसीए के युग में नज़रिए को बल देने वाले संसाधन हैं।
  • वीयूसीए प्रबंधन के पक्ष में सूक्ष्म प्रबंधन यानी माइक्रो मैनेजमेंट के प्रति लापरवाही बरतना- कंपनी के कर्मचारी जितने अधिक स्वतंत्र होंगे, उनके लिए सभी तरह की चुनौतीपूर्ण का सामना करने की संभावना उतनी ही ज़्यादा होगी। लीडर को सिर्फ़ टीम का मार्गदर्शन और समन्वय संबंधी जिम्मेदारी लेनी चाहिए, संवाद स्थापित करना चाहिए और आपसी सहयोग को प्रोत्साहित करना चाहिए।
  • वीयूसीए पेशेवरों का प्रचार- उन कर्मचारियों को प्रोत्साहित करें जो पेशेवर और करियर के लिहाज से उच्च अनुकूलन क्षमता वाले हैं और रचनात्मक विचार जैसे कि वीयूसीए कौशल का इस्तेमाल करते हैं।
  • नये आईडियाज़ तलाशना- कर्मचारियों को पहल करने दें, वाद-विवाद और नये विचारों के सृजन को प्रोत्साहित करें, दूसरों की राय सुनें और एक उत्साहवर्धक, जीवंत कॉर्पोरेट संस्कृति की शुरुआत करें।

वीयूसीए के वास्तविक जीवन के उदाहरण

आप हमारे द्वारा पहले बताई गई (कोरोना काल की अवधि) के दौरान के वीयूसीए के ज़्यादातर उदहारणों को ले सकते हैं। लॉकडाउन और आर्थिक संकट के दौरान वायरस का तेजी से प्रसार हुआ, मानव जीवन के सभी हिस्सों को उसके साथ जल्द से जल्द अनुकूलित करने के लिए मजबूर होना पड़ा। उदाहरण के लिए, डिजिटल तकनीक के ज़रिए रिमोट एजुकेशन के लिए स्कूलों का स्थानांतरण वीयूसीए के युग के प्रभावशाली समाधान से कम नहीं है। कर्मचारियों के लिए रिमोट जॉब, प्रमुख यूनिवर्सिटीज़ की देखरेख में पुस्तकालयों और अनुसंधान केंद्रों का विलय, और डब्ल्यूएचओ (विश्व स्वास्थ्य संगठन) और अधिकारियों का परस्पर मीडिया सहयोग सभी वीयूसीए के अच्छे उदाहरण हैं।

"आराम के दौरान सोचने पर", रोज़मर्रा की जिंदगी में टेक्नोलॉजी के आने से पैदा हुए कई उदाहरण भी मिल सकते हैं, जिससे उपभोक्ता संबंधी मांगों में बदलाव आया। उदाहरण के लिए, उबर ने अपनी कार-बुकिंग सिस्टम को बदलाव लाने वाले शुरुआती लोगों में से एक बनाकर टैक्सी इंडस्ट्री में क्रांति ला दी, अलग-अलग कार सेग्मेंट्स और अनुकूलन करने लायक सेटिंग्स की पेशकश की। एयरबीएनबी ने ऐसा ही बदलाव होटल इंडस्ट्री में किया है। एलन मस्क की सेल्फ-ड्राइविंग कारें भी वीयूसीए का एक उदाहरण हैं, क्योंकि वे मेगासिटी के बाशिंदों के लिए एक अनुकूलित समाधान हैं।

एजाइल टीम मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, 5जी इंटरनेट, ऊर्जा की बचत करने वाली बैटरी और वायरलेस चार्जिंग का आविष्कार भी वीयूसीए का ही उदहारण हैं। इस तरह, आज की हर वैज्ञानिक प्रगति उस अस्थिरता का नतीजा है जो दुनिया में मौजूद है और सामान्य लोगों की ज़रूरतों को बदल देती है।

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