Landing page
लैंडिंग पेज क्या है?
लैंडिंग पेज एक सिंगल पेज वेबसाइट होती है, जिसे प्रमोशन, बिक्री बढ़ाने और नए ग्राहकों को आकर्षित करने के उद्देश्य से बनाया जाता है। ऐसा पेज उपयोगकर्ताओं को किसी विशेष क्रिया करने के लिए प्रेरित करता है - जैसे खरीदारी करना, वेबसाइट पर रजिस्ट्रेशन करना, सब्सक्रिप्शन लेना, किसी प्रतियोगिता में भाग लेना आदि।
यह स्पष्ट करना महत्वपूर्ण है कि लैंडिंग पेज किसी एक विशिष्ट उद्देश्य के लिए बनाए जाते हैं - आमतौर पर ऑनलाइन मार्केटिंग कैंपेन के तहत। इन्हें "लैंडिंग पेज इसलिए कहा जाता है क्योंकि उपयोगकर्ता इन पेजों पर "लैंड" होते हैं जब वे किसी विज्ञापन, पोस्ट के लिंक या ईमेल में दिए गए लिंक पर क्लिक करते हैं।
ताकि लैंडिंग पेज वास्तव में उपयोगकर्ताओं को किसी कार्रवाई (CTA) के लिए प्रेरित कर सके, इसके लिए आवश्यक है कि:
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वेबसाइट की संरचना और नेविगेशन को स्पष्ट रूप से योजनाबद्ध करें, ताकि अव्यवस्था और भ्रम से बचा जा सके;
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ग्राहकों के लिए एक अनोखा प्रस्ताव तैयार करें, जो कंपटीटर से अलग और बेहतर हो;
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पेज के डिज़ाइन पर विशेष ध्यान दें - उसे आधुनिक, आकर्षक और ध्यान खींचने वाला बनाएं;
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संक्षिप्त और प्रभावी टेक्स्ट कंटेंट पर ध्यान केंद्रित करें - जैसे कि टॉपिक तुरंत ही उपयोगकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करें।
सेल्स फनल के अनुसार, लैंडिंग पेज उस स्टेज में सबसे ज्यादा प्रासंगिक होता है जब संभावित ग्राहक पहले ही रुचि दिखा चुका होता है और विस्तृत जानकारी प्राप्त करने के लिए पेज पर आता है। इस प्रकार, लैंडिंग पेज उन प्रमुख टूल्स में से एक है, जो संभावित ग्राहकों को रूचि के चरण से क्रिया के चरण - अर्थात् खरीदारी करने वाले ग्राहक - में परिवर्तित करने में मदद करता है। यह सिद्धांत उपभोक्ता व्यवहार मॉडल AIDA (Attention, Interest, Desire, Action) पर आधारित है।
होमपेज और लैंडिंग पेज में क्या फर्क है
वास्तव में, ये दोनों वेब-पेज के अलग-अलग प्रकार हैं, जो अलग-अलग उद्देश्यों के लिए बनाए जाते हैं। लैंडिंग पेज किसी एक विशेष लक्ष्य के लिए तैयार किया जाता है - यह हमेशा बिक्री बढ़ाने के लिए नहीं होता, बल्कि कभी-कभी संभावित ग्राहकों के कांटेक्ट डिटेल्स एकत्र करने के लिए भी बनाया जाता है। इसके विपरीत, होम पेज एक मल्टी-पेज वेबसाइट का हिस्सा होता है और एक सारांश पेज के रूप में काम करता है, जो उपयोगकर्ताओं को पूरी साइट की दिशा देता है और कंपनी, उसके प्रोडक्टों और सर्विसों के बारे में सामान्य जानकारी प्रदान करता है।
लैंडिंग पेज में आमतौर पर बहुत कम जानकारी और नेविगेशन होते हैं, ताकि उपयोगकर्ता का ध्यान पूरी तरह से एक लक्ष्य-क्रिया पर केंद्रित रहे। इसी कारण से, लैंडिंग पेज पर केवल एक ही कॉल टू एक्शन (CTA) होता है। वहीं होम पेज पर कई तरह के CTA हो सकते हैं और वहां अलग-अलग प्रकार की जानकारी पेश की जाती है, ताकि कंपनी के बारे में ज्यादा गहराई से और विस्तृत रूप में बताया जा सके।
लैंडिंग पेज पर ट्रैफ़िक मुख्य रूप से कंटेक्सचुअल विज्ञापन या सोशल मीडिया के जरिए लाया जाता है। जबकि होम पेज पर ट्रैफ़िक अलग-अलग सोर्स से आता है - जैसे कि सर्च इंजन, दूसरे वेबपेज या साइट के आंतरिक लिंक।
एक और अंतर यह है कि लैंडिंग पेज की कन्वर्ज़न रेट आमतौर पर होम पेज की तुलना में ज्यादा होता है, क्योंकि लैंडिंग पेज किसी एक विशेष क्रिया पर केंद्रित होता है और उपयोगकर्ता का ध्यान भटकने नहीं देता। इसके विपरीत, मल्टी-पेज वेबसाइट या होम पेज पर संभावित ग्राहक अक्सर लंबे समय तक जानकारी पढ़ते रहते हैं, फिर साइट बंद कर देते हैं, और कुछ समय बाद दोबारा लौट सकते हैं। दूसरे शब्दों में, यह दीर्घकालिक रुचि होती है। वहीं लैंडिंग पेज उपयोगकर्ता में तुरंत रुचि पैदा करता है। इसलिए, लैंडिंग पेज का सारा कंटेंट इस तरह पेश किया जाता है कि मुख्य बिंदुओं को जल्दी, संक्षेप में और प्रभावी तरीके से बताया जा सके।
लैंडिंग पेज के फायदे

सबसे पहले, लैंडिंग पेज ग्राहकों का आधार बढ़ाने का एक प्रभावी तरीका है। इसके साथ ही यह ब्रांड की पहचान और बिक्री बढ़ाने, SEO नतीजों और कन्वर्ज़न को सुधारने में भी मदद करता है। लैंडिंग पेज के अन्य फायदे:
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तेजी से लीड जनरेशन: आसान नेविगेशन और व्यापक जानकारी के साथ एक अच्छी तरह से डिज़ाइन किया गया लैंडिंग पेज उपयोगकर्ताओं को आकर्षित कर सकता है और उन्हें लीड में परिवर्तित कर सकता है;
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ग्राहकों के संपर्क और अन्य डेटा एकत्र करना - लैंडिंग पेज पर विशेष फॉर्म और चैटबॉट्स के जरिए संभावित ग्राहकों की जनसांख्यिकीय और अन्य डेटा एकत्र किए जा सकते हैं। इससे ग्राहकों की जरूरतों को बेहतर समझने और मार्केटिंग अभियानों को सटीक रूप से लक्षित करने में मदद मिलती है।
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नेचुरल प्रमोशन - लैंडिंग पेज को उपयोगकर्ताओं के सर्च फ्रेज, शब्दों और कीवर्ड्स के अनुसार अनुकूलित किया जा सकता है, जिससे यह सर्च इंजन रिज़ल्ट्स में प्राकृतिक रूप से ऊपर रैंक कर सके।
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सेल्स में वृद्धि - लक्ष्य के आधार पर, लैंडिंग पेज पर नए प्रोडक्ट, उसकी विशेषताओं और उपयोग के तरीकों का विस्तृत विवरण दिया जा सकता है, जिससे ग्राहक को खरीद निर्णय लेने में आसानी होती है।
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तेज़ निर्णय लेना - लैंडिंग पेज पर उपयोगकर्ता को विशेष ऑफ़र दिखाए जाते हैं और कोई अतिरिक्त ध्यान भटकाने वाले तत्व नहीं होते। इस कारण उपयोगकर्ता के सकारात्मक निर्णय लेने और टारगेट एक्शन करने की संभावना ज्यादा होती है।
लैंडिंग पेजों के नुकसान
लैंडिंग पेज, बाकि किसी भी मार्केटिंग टूल की तरह इसकी भी अपनी कुछ सीमाएँ होती हैं। उदाहरण के लिए:
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नैरो फोकस। लैंडिंग पेज किसी विशेष प्रोडक्ट, सर्विस, इवेंट्स या ऑफर के लिए बनाया जाता है। यदि नया प्रोडक्ट लॉन्च किया जाता है, तो उसके लिए एक नया लैंडिंग पेज तैयार करना पड़ता है।
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सीमित जानकारी का दायरा। लैंडिंग पेज ज्यादा मात्रा में या अलग-अलग प्रकार के कंटेंट पेश करने के लिए सही नहीं होता। इसलिए, यदि प्रोडक्ट जटिल या बहु-कार्यात्मक है, तो उसके सभी पहलुओं को लैंडिंग पेज पर समझाना कठिन हो जाता है। इसके अलावा, लंबे लैंडिंग पेज के अंत तक उपयोगकर्ता अक्सर नहीं पहुँचते - जिससे वे टारगेट एक्शन तक नहीं पहुँच पाते।
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अलग-अलग प्रकार के ग्राहकों के अनुसार अनुकूलन की कठिनाई। एक ही प्रोडक्ट का उपयोग अलग-अलग प्रकार के ग्राहक कर सकते हैं, लेकिन एक-पेज की साइट को प्रत्येक ग्राहक समूह के अनुसार अनुकूलित करना लगभग असंभव है। इस स्थिति में कई अलग-अलग लैंडिंग पेज वर्शन बनाने पड़ते हैं, जिससे समय और लागत दोनों बढ़ते हैं।
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कम विश्वसनीयता। कई उपयोगकर्ता सिंगल-पेज वेबसाइटों को संदेह की दृष्टि से देखते हैं, खासकर तब, जब डिज़ाइन साधारण या टेम्पलेट जैसा लगे, या फिर कंपनी की कानूनी जानकारी उल्लेखित न हो। यह समस्या विशेष रूप से वित्त, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में ज्यादा होती है।
लैंडिंग पेज किस-किस प्रकार के होते है
प्रेजेंटेशन फॉर्मेट के आधार पर लैंडिंग पेज निम्न प्रकार के हो सकते हैं:
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शॉर्टलिस्ट
यह एक छोटा पेज होता है, जो उपयोगकर्ता की स्क्रीन पर बिना स्क्रोल किए पूरा दिखाई देता है। ऐसा आसान लैंडिंग पेज इवेंट इनविटेशन, प्रतियोगिताओं, गिवअवे और कांटेक्ट एकत्र करने के लिए सबसे सही होता है।
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लॉन्गरीड
इस प्रकार का लैंडिंग पेज ज्यादा जानकारी प्रदान करता है, इसलिए इसे मुख्य रूप से प्रोडक्टों की बिक्री के लिए उपयोग किया जाता है। इसमें प्रोडक्ट के उपयोग का छोटा वीडियो, साथ ही उसका विस्तृत टेक्स्ट विवरण शामिल किया जा सकता है। यह फॉर्मेट विशेष रूप से B2B सेल्स के क्षेत्र में प्रभावी होता है, जहाँ खरीद निर्णय लेने की प्रक्रिया ज्यादा समय लेती है।
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मल्टीलैंडिंग:
इस प्रकार का लैंडिंग पेज अलग-अलग दर्शकों के लिए अलग-अलग स्क्रीन दिखा सकता है। उदाहरण के लिए, इसमें डिज़ाइन, रंग और साथ में पेश कंटेंट बदला जा सकता है। इसे अलग-अलग प्रकार के ग्राहकों के अनुसार अनुकूल किया जा सकता है, यह विशेष रूप से B2B क्षेत्र में प्रभावी है। यह उन प्रोडक्टों के लिए भी उपयोगी है जो एक साथ कई समस्याओं का समाधान करते हैं और अलग-अलग क्षेत्रों या देशों में बेचे जाते हैं।
लक्ष्य और तदनुसार, कंटेंट के आधार पर, कई प्रकार के लैंडिंग पेजों को प्रतिष्ठित किया जा सकता है:
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लीड जनरेशन लैंडिंग
इसका उद्देश्य ग्राहकों के संपर्क विवरण एकत्र करना होता है, जैसे नाम, फ़ोन नंबर और ईमेल पता।
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Click-Through Landing Page या इंटरमीडिएट लैंडिंग:
इसका मुख्य उद्देश्य खरीदारी से पहले ग्राहक को "वार्म अप" करना होता है। यह अक्सर eCommerce या SaaS में उपयोग किया जाता है। ऐसा लैंडिंग पेज उपयोगकर्ता को ऑर्डर पेज पर ले जाता है। उदाहरण के लिए, Shopify 14-दिन का मुफ्त ट्रायल ऑफर देता है। इसके लिए उपयोगकर्ता को पहले लैंडिंग पेज पर जाना होता है, जहां ऑफर के फायदे बताए गए हों, और फिर रजिस्ट्रेशन बटन दिया गया हो।
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प्रोडक्ट लैंडिंग पेज
इस प्रकार का लैंडिंग पेज किसी एक विशेष प्रोडक्ट या सर्विस को बेचने के लिए बनाया जाता है। यह अक्सर DTC ब्रांड्स में इस्तेमाल होता है। उदाहरण के लिए, Xiaomi हर नए प्रोडक्ट के लिए एक लैंडिंग पेज बनाता है, जिसमें विस्तृत विवरण और सटीक CTA शामिल होता है।
- Event Landing Page
इसका उपयोग टिकट सेल्स या इवेंट में प्रतिभागियों के रजिस्ट्रेशन के लिए किया जाता है। यह इवेंट वेबिनार, कॉन्फ्रेंस, मीटअप या पार्टनर्स के साथ कोई पार्टी भी हो सकता है। उदाहरण के लिए, Web Summit, जो एक बड़ी वार्षिक IT कॉन्फ्रेंस है, इसके लिए अलग लैंडिंग पेज बनाता है, जिसमें टाइमिंग, स्पीकर्स की फोटो, प्रोग्राम और रजिस्ट्रेशन फॉर्म शामिल होते हैं।
एक इफेक्टिव लैंडिंग पेज कैसे बनाए

बिलकुल, लैंडिंग पेज को विशिष्ट बिज़नेस के अनुसार अनुकूलित किया जाना चाहिए। फिर भी, कुछ सामान्य चरण हैं, जिन्हें अपनाने से लैंडिंग पेज वास्तव में कन्वर्ज़न बढ़ाने का प्रभावी तरीका बन सकता है:
स्टेप 1. उद्देश्य निर्धारित करें
CTA के प्रभावी होने के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि आप ग्राहकों से क्या हासिल करना चाहते हैं। यह कई कारकों पर निर्भर करता है - प्रारंभिक उद्देश्य, बिज़नेस की विशेषताएँ, लैंडिंग पेज का प्रकार। उदाहरण के लिए, उद्देश्य हो सकता है: उपयोगकर्ता को आपके ईमेल न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्राइब कराना, साइट पर रजिस्ट्रेशन करवाना, प्रोडक्ट खरीदने के लिए प्रेरित करना, कंसल्टेशन बुकिंग कराना, ऐप इंस्टॉल करवाना आदि। मुख्य बात यह है: एक पेज - एक उद्देश्य।
स्टेप 2. विशेष लैंडिंग पेज के लिए टारगेट ऑडियंस का अध्ययन करें
एक सफल लैंडिंग पेज ग्राहकों से उनकी भाषा में बात करता है। इससे यह साबित होता है कि आप अपनी ऑडियंस के दर्द , इच्छाओं और जरूरतों को समझते हैं। इसके लिए यह स्पष्ट करें कि: आपका प्रोडक्ट कौन-कौन सी रुचियों और जरूरतों को पूरा करता है? यह किस ऑडियंस ग्रुप के लिए है - जैसे लिंग, उम्र, कमाई का लेवल, सोशल स्टेटस? क्या चीज़ संभावित ग्राहक के निर्णय लेने में बाधा डाल सकती है? क्या उसे खरीदारी करने के लिए प्रेरित करेगा? उदाहरण के लिए, Calendly अपनी ऑडियंस मैनेजर, उद्यमी और फ्रीलांसर को लक्षित करता है और बताता है: "समय बचाएँ, मीटिंग्स को ऑटोमैटिक करें।" ऐसे मैसेज बनाने के लिए आप ग्राहकों और प्रतियोगियों के रिव्यु, साथ ही अलग-अलग फोरम और रुचि आधारित कम्युनिटी का उपयोग कर सकते हैं। इससे आप मुख्य शब्द और वाक्यांश इकट्ठा कर सकते हैं, जो आपकी टारगेट ऑडियंस अपने बातचीत में उपयोग करती है।
स्टेप 3. लैंडिंग पेज की संरचना पर विचार करें
लैंडिंग पेज सीधे कार्रवाई की दिशा में मार्गदर्शन करता है, इसलिए इसे अत्यंत स्पष्ट, सरल और सीधे तरीके से डिज़ाइन किया जाना चाहिए। कुछ मुख्य तत्व जो उपयोगकर्ता को पेज पर नेविगेट करने में मदद करते हैं:
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यादगार टाइटल - यह पहली चीज़ है जो उपयोगकर्ता लिंक पर क्लिक करके देखेंगे। इसलिए शीर्षक संक्षिप्त, जानकारीपूर्ण, प्रासंगिक और आकर्षक होना चाहिए। उदाहरण के लिए, Duolingo ने सरल और स्पष्ट शीर्षक इस्तेमाल किया: "विदेशी भाषाएँ मुफ्त में सीखें। हमारे साथ!" यह सुनिश्चित करें कि शीर्षक तुरंत समझ में आए, और कोई अतिरिक्त सवाल या गलत व्याख्या न पैदा हो।
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सटीक और प्रभावी टेक्स्ट - इसमें टाइटल को जारी रखना चाहिए और प्रोडक्ट या सर्विस के बारे में सामान्य और प्रमुख सवालों का जवाब देना चाहिए। इसके लिए ग्राहकों की प्रतिक्रियाओं का विश्लेषण करें और समझें कि उनके सवाल क्या हो सकते हैं - जैसे प्रोडक्ट की विशेषताएँ, उपयोग के तरीके, कीमतें और पैकेज। यदि लैंडिंग पेज किसी इवेंट के लिए है, तो इसमें स्थान, समय, स्पीकर्स और आमंत्रित मेहमानों की जानकारी, साथ ही इवेंट के अन्य विवरण जैसे ड्रेस कोड शामिल होने चाहिए। टेक्स्ट को अत्यधिक जानकारी से भरने की बजाय उपयोगकर्ता अनुभव पर ध्यान केंद्रित करना बेहतर होता है।
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विशेषताएँ और फ़ायदे - एक विस्तृत प्रोडक्ट विवरण संभावित ग्राहकों को कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। अपने प्रोडक्ट की तुलना अपने प्रतिस्पर्धियों से करें, विशिष्ट विशेषताओं की पहचान करें और उन्हें अपने लैंडिंग पेज पर हाइलाइट करें।
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आकर्षक चित्र और अन्य दृश्य सामग्री - चित्र और इन्फ़ोग्राफिक्स या एनिमेशन, विचार को उपयोगकर्ता तक पहुँचाने और उनका ध्यान खींचने में मदद करते हैं। यह सुनिश्चित करें कि चित्र प्रोडक्ट को उसकी सर्वोत्तम स्थिति में पेश करें।
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रिव्यु - अपने प्रोडक्ट के वास्तविक उपयोग अनुभव को दिखाने के लिए रिव्यु महत्वपूर्ण है। केवल सकारात्मक और समान प्रतिक्रिया जैसे "उत्कृष्ट प्रोडक्ट, सुझाता हूँ" दिखाने के बजाय कुछ रिव्यु जो सुधार या सुझाव देती हैं भी शामिल करें। इससे लैंडिंग पेज पर विश्वसनीयता और भरोसा बढ़ता है।
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कॉल टू एक्शन - CTA आपकी ऑडियंस के लिए स्पष्ट होना चाहिए और उनकी वास्तविक जरूरतों के अनुरूप होना चाहिए। इसमें आप ऑफ़र की समय सीमा, छूट का प्रतिशत या अन्य बोनस प्राप्त करने जैसी जानकारी भी शामिल कर सकते हैं। दूसरे शब्दों में, उपयोगकर्ताओं को मिलने वाले लाभ पर जोर दें। उदाहरण के लिए, CTA इस तरह हो सकता है: "एक क्लिक में फ्री क्लास के लिए रजिस्ट्रेशन करें।" अलग-अलग CTA की प्रभावकारिता जांचने के लिए आप A/B टेस्टिंग का उपयोग कर सकते हैं।
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आवेदन फॉर्म - यह एक मुख्य एलिमेंट होता है और आमतौर पर पेज के अंत में रखा जाता है। फॉर्म में एक या ज्यादा इनपुट फ़ील्ड्स और क्रिया के लिए बटन शामिल होता है। ध्यान रखें: जितने कम इनपुट फ़ील्ड होंगे, उतना ही आसान होगा उपयोगकर्ता के लिए फॉर्म भरना, क्योंकि लंबे फॉर्म ज्यादा समय और साइट पर स्थान लेते हैं। इसका मतलब है कि कन्वर्ज़न दर भी ज्यादा होगी। बटन उज्ज्वल और स्पष्ट होना चाहिए और कॉल टू एक्शन (CTA) शामिल होना चाहिए। बटन पर क्रिया सूचक क्रिया का उपयोग करना बेहतर होता है - जैसे: "सब्सक्राइब करें, डाउनलोड करें, खरीदें, प्राप्त करें" आदि।
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ऑनलाइन चैट - इसे लैंडिंग पेज पर विज़ेट के रूप में सेट किया जा सकता है। इस सुविधा से लीड्स कंपनी को करीब से जान सकते हैं, उन्हें मदद मिलती है और उनके सवालों का तुरंत जवाब दिया जा सकता है।
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धन्यवाद के साथ एक अलग पेज - यह पुष्टि करता है कि उपयोगकर्ता ने सभी आवश्यक कदम पूरे कर लिए हैं। साथ ही, यह आपको उपयोगकर्ताओं को कंपनी के अन्य प्रोडक्टों से परिचित कराने का अतिरिक्त अवसर भी देता है। उदाहरण के लिए, इस पेज पर संबंधित प्रोडक्टों के ऑफ़र शामिल किए जा सकते हैं।
स्टेप 4. लैंडिंग पेज का डिज़ाइन बनाएं
पेज का डिज़ाइन प्रोडक्ट के अनुरूप होना चाहिए, साथ ही सरल, स्पष्ट और आकर्षक होना चाहिए। इस मामले में, विज़ुअल एलिमेंट्स के ज्यादा प्रयोग की बजाय मिनिमलिज़्म अपनाना बेहतर होता है। टेक्स्ट पढ़ने योग्य होना चाहिए - पर्याप्त आकार, स्पष्ट फ़ॉन्ट और रंग का उपयोग करें ताकि यह बैकग्राउंड के साथ मिलकर अस्पष्ट न हो। टेक्स्ट और विज़ुअल दोनों प्रकार के शोर से बचें, क्योंकि लैंडिंग पेज केवल एक पेज होता है और इसे साफ़, हल्का और आकर्षक रखना चाहिए। इसके लिए आवश्यक हैं: कांट्रास्ट वाला टाइटल, समान रंग पैलेट, कुछ चित्र/इलस्ट्रेशन, पेज के फॉर्मेट के अनुसार, सूचना वाले ब्लॉक्स के बीच पर्याप्त खाली जगह, एक मुख्य CTA।
स्टेप 5. लैंडिंग पेज लॉन्च करें
लैंडिंग पेज को डेवलपर्स से बनवाया जा सकता है या खुद भी तैयार किया जा सकता है, इसके लिए विशेष लैंडिंग पेज बिल्डर्स का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए: Leadpages, Unbounce, Instapage, Webflow, Squarespace और Wix। ये सर्विस आकर्षक और प्रभावी लैंडिंग पेज बनाने के लिए कई प्रकार के टूल्स (Landing Page Tools) प्रदान करती हैं, जैसे: विज़ुअल एडिटर्स , टेम्पलेट्स, A/B टेस्टिंग, एनालिटिक्स।
स्टेप 6. एनालिटिक्स सेट करें
अपना लैंडिंग पेज बिना सोचे-समझे लॉन्च न करें। Google Analytics इंस्टॉल करें और क्लिक्स ट्रैक करें (उदाहरण के लिए, Hotjar के जरिए)। वेबसाइट बिल्डर्स भी एनालिसिस टूल्स प्रदान करते हैं। उदाहरण के लिए, Mailchimp के मार्केटर्स विभिन्न शीर्षकों के साथ A/B टेस्टिंग करते हैं और कन्वर्ज़न की तुलना करते हैं - जैसे 7% बनाम 12%। सबसे प्रभावी तरीका है कि एक समय में केवल एक एलिमेंट का परीक्षण करें - पहले टाइटल, फिर बटन, रंग आदि।
स्टेप 7. लैंडिंग पेज ऑप्टिमाइज़ करें
एनालिटिक्स के आधार पर ज़रूरत के अनुसार सुधार करें, नए टेस्ट करें और कन्वर्ज़न बढ़ाएँ। इसके अलावा, यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि लैंडिंग पेज में कहाँ पर उपयोगकर्ता अपनी रूचि खो रहे हैं। इसके लिए स्क्रॉल कार्ड का उपयोग करें - यह एक उपयोगी वेब एनालिटिक्स टूल है जो पेज पर स्क्रॉल की गहराई दिखाता है।
लैंडिंग पेज पर ट्रैफ़िक कैसे लाएँ

लैंडिंग पेज पर ट्रैफ़िक लाने के लिए पेड और फ्री दोनों तरीकों का उपयोग किया जा सकता है।
पेड तरीके:
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कॉन्टेक्स्टुअल विज्ञापन - (उदाहरण के लिए, Google Ads)
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सोशल मीडिया में टारगेटेड विज्ञापन
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ब्लॉगर और थीमेटिक प्लेटफॉर्म पर विज्ञापन
फ्री तरीके:
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SEO ऑप्टिमाइजेशन
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ईमेल मार्केटिंग
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कंटेंट मार्केटिंग (जैसे, लेख लिखकर लैंडिंग पेज के लिंक शामिल करना)
महत्वपूर्ण है कि ट्रैफ़िक के सोर्स को विविध बनाएं। इसका मतलब है कि केवल एक सोर्स पर निर्भर न रहें, बल्कि विभिन्न तरीकों का उपयोग करें ताकि अधिक उपयोगकर्ता लैंडिंग पेज तक पहुँच सकें।
हाई कन्वर्ज़न के सबसे अच्छे उदाहरण
उदाहरण के लिए, अमेरिकी स्ट्रीमिंग सर्विस Netflix मिनिमलिस्टिक लैंडिंग पेज का उपयोग करती है, जिसमें उपयोगकर्ता के लिए आवश्यक अधिकतम जानकारी होती है - ऑफ़र, कीमत और कॉल टू एक्शन बटन (CTA)।
Calm मोबाइल ऐप, जो मानसिक स्वास्थ्य और भलाई के लिए बनाया गया है, उसने भी एक साफ़, सहज और आकर्षक लैंडिंग पेज तैयार किया है।
मार्केटिंग एनालिटिक्स प्लेटफ़ॉर्म CallRail का लैंडिंग पेज भी आकर्षक डिज़ाइन, रोमांचक टाइटल, दो CTA बटन (एक ऑफर के लिए) और स्पष्ट टेक्स्ट के साथ अलग दिखता है।
कुछ अन्य आकर्षक और प्रभावी लैंडिंग पेज वाले उदाहरण हैं: LinkedIn, Zola (शादी योजना सेवा), DoorDash (अमेरिकी कंपनी, ऑनलाइन ऑर्डर और फ़ूड डिलीवरी में विशेषज्ञ), Sephora, Airbnb और कई अन्य कंपनियाँ।
निष्कर्ष
इस प्रकार, लैंडिंग पेज वास्तव में संभावित उपयोगकर्ताओं का ध्यान आकर्षित करते हैं और ग्राहक आधार बढ़ाने में मदद करते हैं। यह एक लचीला और अनुमानित टूल है जो सबसे अधिक फायदेमंद होगा यदि आपके पास एक प्राथमिकता लक्ष्य, एक आसान प्रस्ताव और एक स्पष्ट, नैरो टारगेटेड ऑडियंस ग्रुप हो। महत्वपूर्ण है समझना कि सभी लाभों के बावजूद, लैंडिंग पेज पूर्ण कार्यात्मक वेबसाइट या ब्रांड प्लेटफ़ॉर्म का विकल्प नहीं बन सकता। लेकिन अपने लैंडिंग पेज से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए केवल संरचना और डिज़ाइन पर ध्यान देना ही पर्याप्त नहीं है। नियमित रूप से हाइपोथीसिस टेस्ट करना, उपयोगकर्ता व्यवहार को ट्रैक करना, प्राप्त डेटा के आधार पर कंटेंट को ऑप्टिमाइज़ करना ये सभी आवश्यक कदम हैं। इसलिए, लैंडिंग पेज बनाना केवल एक बार की कार्रवाई नहीं, बल्कि सतत सुधार की प्रक्रिया है। इसका मतलब है कि इसे रणनीतिक दृष्टिकोण से देखना चाहिए।
