Double Opt-In

Double Opt-In क्या है
Double Opt-In को टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन भी कहा जाता है। इस टेक्नोलॉजी में यूजर केवल वेबसाइट पर अपना ईमेल एड्रेस देकर "न्यूज़लेटर को सब्सक्राइब करने" पर क्लिक ही नहीं करता, बल्कि अपने ईमेल पर आए वेरिफिकेशन लिंक पर क्लिक करके ईमेल की पुष्टि भी करता है। इससे ईमेल के स्पैम में जाने का जोखिम कम हो जाता है।
टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन की प्रक्रिया कुछ इस प्रकार होती है:
- यूजर वेबसाइट पर अपना ईमेल एड्रेस दर्ज करता है और पुष्टि करता है कि वह न्यूज़लेटर का सब्सक्रिप्शन लेना चाहता है।
- यूजर को उसके ईमेल एड्रेस पर एक वेरिफिकेशन मेल प्राप्त होता है, जिसमें दिए गए लिंक पर क्लिक करने के बाद ही वह सब्सक्रिप्शन प्राप्त कर सकता है और इसके बाद ही उसे न्यूज़लेटर प्राप्त होते हैं।
Double Opt-In का यह मेथड बिज़नेस को वास्तव में रुचि रखने वाले ग्राहकों को प्राप्त करने में मदद करता है।
टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन के और भी क्या फायदे है
Double Opt-In के आने से पहले, मार्केटिंग एक्सपर्ट Single Opt-In की पारंपरिक टेक्नोलॉजी का उपयोग करते थे - यानी केवल ईमेल एड्रेस दर्ज करना, बिना किसी पुष्टि या वेरिफिकेशन के। इससे बहुत सारी गलतियाँ होती थीं और यूजर्स के अवैध या नकली ईमेल एड्रेस डेटाबेस में शामिल हो जाते थे। इसके कारण कई ईमेल डिलीवर नहीं हो पाते थे, लेकिन मेलिंग पर खर्चे फिर भी अधिक होते थे।
Double Opt-In का फायदा यह है कि इस टेक्नोलॉजी ने इन समस्याओं को दूर कर दिया। टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन में यूजर केवल ईमेल एड्रेस दर्ज नहीं करता, बल्कि उसे भेजे गए लिंक पर क्लिक करके अपने ईमेल की पुष्टि भी करता है। इससे प्राप्त ग्राहक डेटाबेस प्रासंगिक, सक्रिय और वास्तविक होता है, जिससे मेलिंग पर आने वाली शिकायतें कम हो जाती हैं। जितने कम ईमेल स्पैम में जाते हैं, उतनी ही कम संभावना होती है कि मेलिंग सिस्टम द्वारा आपका अकाउंट ब्लॉक कर दिया जाए।
इस प्रकार, DOI से प्राप्त डेटाबेस की एक्टिविटी बहुत अधिक होती है। हालाँकि सब्सक्रिप्शन का कन्वर्ज़न रेट थोड़ा कम हो सकता है। फिर भी Double Opt-In ज़्यादा प्रभावी होगा, क्योंकि:
- ग्राहक जुड़े हुए और रुचि रखने वाले होते हैं, जिससे आपकी न्यूज़लेटर मेलिंग्स के एक्टिव ग्राहकों की एक कम्युनिटी बनाना संभव होता है।
- आप केवल उन्हीं ग्राहकों को मेल भेजकर, जिन्होंने ईमेल वेरफिकेशन किया है, प्रेषक के रूप में अपनी प्रतिष्ठा को मजबूत करते हैं।
Double Opt-In के नुकसान
हालाँकि रजिस्ट्रेशन की पुष्टि का दूसरा स्टेप गैर-कार्यरत ईमेल एड्रेस पर मेल भेजने के जोखिम को रोकता है और केवल वैलिड एड्रेस प्राप्त करने की अनुमति देता है, लेकिन इसके कुछ पहलू भी हैं। उदाहरण के लिए, यह सब्सक्रिप्शन प्रक्रिया को जटिल बना सकता है। कई यूजर अपनी ईमेल आईडी की पुष्टि नहीं करना चाहते या अतिरिक्त कदम उठाने से बचते हैं, और कुछ तो बस भूल ही जाते हैं।
इसके अलावा, टेक्नोलॉजी देरी भी संभव है। यदि यूजर को तुरंत अपेक्षित पुष्टि लिंक नहीं मिलता है, तो वह शायद ही 2-3 मिनट बाद भी उसके आने का इंतज़ार करेगा।
इस प्रकार, कांटेक्ट का डेटाबेस बहुत धीमी गति से बढ़ेगा। टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन सिस्टम को कांटेक्ट इकट्ठा करने और उसकी सेटिंग के लिए ज्यादा समय और प्रयास की आवश्यकता होती है। यह पारंपरिक Single Opt-In की तुलना में कहीं अधिक मेहनत का काम है।
Double Opt-In कैसे सेटअप करें

यह समझना महत्वपूर्ण है कि Double Opt-In में यूजर्स को पहले से ही एक अतिरिक्त कदम उठाना पड़ता है। इसलिए, जब आप ऐसा सिस्टम शुरू करें, तो कोशिश करें कि उनका रास्ता ज्यादा से ज्यादा आसान हो, ताकि वे भ्रमित या डरा न सकें।
स्टेप 1. मुख्य लक्ष्य निर्धारित करें
DOI को अपनी ईमेल-रणनीति का हिस्सा मानते हुए उसके लक्ष्य तय करें। टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन लागू करने की अलग-अलग वजहें हो सकती हैं। सबसे पहले तो यह क़ानून का पालन करने के लिए आवश्यक है (देश के अनुसार यह GDPR, CAN-SPAM, CASL आदि हो सकता है)। इसके अलावा:
- स्पैम की शिकायतों को कम करना;
- गुणवत्तापूर्ण और सक्रिय सब्सक्राइबर बेस बनाना;
- ईमेल का ओपन रेट और क्लिक रेट बढ़ाना;
- प्रेषक की प्रतिष्ठा को मजबूत करना।
स्टेप 2. email-मार्केटिंग के लिए विश्वसनीय प्लेटफ़ॉर्म चुनें
उदाहरण के लिए, Mailchimp, Sendinblue, GetResponse, Klaviyo, HubSpot जैसी सर्विस Double Opt-In को सपोर्ट करती हैं। यदि आप पहले से किसी और प्लेटफ़ॉर्म का उपयोग कर रहे हैं, तो यह न भूलें कि DOI को एक्टिव करना ज़रूरी है, क्योंकि कुछ प्लेटफ़ॉर्म्स पर यह सुविधा अलग से कनेक्ट करनी पड़ती है।
स्टेप 3. कॉन्टैक्ट फ़ॉर्म या रजिस्ट्रेशन विंडो लगाएँ
फ़ॉर्म भरने के बाद यह अवश्य स्पष्ट करें कि यूजर अपने ईमेल पर जाकर अपने एड्रेस की पुष्टि करता है। उदाहरण के लिए, आप चेकबॉक्स लगाने का विकल्प दे सकते हैं। और फ़ॉर्म सबमिट करने के बाद बेहतर होगा कि आप यूजर को एक ऐसे पेज पर भेजें, जहाँ उसे यह सूचना मिले कि पुष्टिकरण मेल पहले ही भेजा जा चुका है।
स्टेप 4. पर्सनल डेटा उपयोग नीति को पारदर्शी बनाएँ
पर्सनल डेटा के उपयोग की नीति और यूजर कॉन्ट्रैक्ट को सार्वजनिक रूप से उपलब्ध कराना चाहिए। इन्हें आप उसी फ़ॉर्म या रजिस्ट्रेशन विंडो में रख सकते हैं, ताकि यूजर पहले इन दस्तावेज़ों को पढ़ सकें, आपकी ईमानदारी पर भरोसा कर सकें, और फिर अपने डेटा की पुष्टि कर सकें।
स्टेप 5. पुष्टिकरण ईमेल को सही तरीके से तैयार करें
ईमेल में लिंक अवश्य होना चाहिए - और बेहतर होगा कि वह केवल एक ही हो। ईमेल को अनावश्यक लिंक, बैनर और अन्य गैर-ज़रूरी तत्वों से मुक्त रखें। मैसेज छोटा, स्पष्ट और संक्षिप्त होना चाहिए। ध्यान लिंक पर केंद्रित करें, ताकि यूजर निश्चित रूप से उस पर क्लिक करे। उदाहरण: "बस एक कदम बाकी है - अपने ईमेल की पुष्टि करें।"
यूजर अक्सर यह नहीं समझते कि ईमेल की पुष्टि क्यों करनी है, और इसलिए ऐसा नहीं करते। आपको यह समझाना होगा कि पुष्टि करने से उन्हें क्या फायदा होगा। उदाहरण: "ईमेल की पुष्टि करें, ताकि आपको सबसे नए ऑफ़र मिलें और आपसे सेल मिस न हों।"
स्टेप 6. यूजर को गिफ्ट दें
यदि आपको चिंता है कि Double Opt-In लागू करने के बाद ईमेल प्राप्त करने वाले ग्राहकों का आधार कम हो जाएगा, तो यूजर्स को कोई बोनस दें। यदि यूजर टू-स्टेप वेरिफिकेशन पूरा करता है, तो आप उसे डिस्काउंट कूपन या प्रोमोकोड, कोई उपयोगी गाइड या कंपनी की ओर से कोई और तोहफ़ा भेज सकते हैं। यह ग्राहकों के लिए अतिरिक्त प्रेरणा का काम करेगा।
स्टेप 7. डेटा की पुष्टि के लिए धन्यवाद दें
सब्सक्रिप्शन एक्टिव करने के बाद, यानी ईमेल एड्रेस की पुष्टि के बाद, यूजर को धन्यवाद दें। उदाहरण के लिए, वह स्वतः साइट के एक पेज पर जा सकता है, जहाँ लिखा हो: "धन्यवाद! अब आपको बेहतरीन ऑफ़र्स के साथ हमारे ईमेल-न्यूज़लेटर प्राप्त होंगे" या इसी तरह का कोई मैसेज। इस तरह का छोटा लेकिन दोस्ताना मैसेज सब्सक्राइबर्स की वफादारी बढ़ाने में मदद करेगा।
स्टेप 8. प्रगति पर नज़र रखें
DOI लागू करने के बाद प्रगति को ट्रैक करने के लिए कई मेट्रिक्स होते हैं। उदाहरण के लिए, कनफ़र्मेशन रेट, जो यह दिखाता है कि टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन कितना प्रभावी है। इसकी गणना करने के लिए, पुष्टि के लिए भेजे गए ईमेल की संख्या को सफल पुष्टि की संख्या से विभाजित करें और 100 से गुणा करें। उदाहरण के लिए: e-commerce के लिए अच्छा इंडिकेटर: 50-70%, मीडिया के लिए: 40-60%, B2B सेगमेंट के लिए: 30-50%, इसके अलावा दूसरे इंडीकेटर्स भी है:
इसके अलावा, Bounce Rate यह आकलन करता है कि जिन ग्राहकों ने पहले ही सब्सक्रिप्शन लिया है, उनका ईमेल-बेस कितना गुणवत्तापूर्ण है। Spam Complaints यह जाँचता है कि क्या स्पैम की शिकायतों की संख्या कम हो रही है। और Open Rate या CTR, DOI के बाद सब्सक्राइबर्स की सहभागिता को दर्शाता है।
इन सभी इंडीकेटर्स को मापने के लिए विशेष सर्विसेज का उपयोग किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, Brevo प्लेटफ़ॉर्म प्रत्येक भेजे गए ईमेल के हर इंडिकेटर पर विस्तृत रिपोर्ट प्रदान करता है। इसके अलावा, ऐसे ईमेल-मार्केटिंग प्लेटफ़ॉर्म्स का भी उपयोग किया जा सकता है, जिनमें एनालिटिक्स की सुविधाएँ मौजूद हैं:
- AWeber,
- ActiveCampaign,
- Moosend,
- MailerLite,
- Omnisend.
इसके बाद, इंडीकेटर्स के आधार पर ईमेल-मार्केटिंग रणनीति में सुधार करना ज़रूरी है। उदाहरण के लिए, यदि OR उच्च है, लेकिन CTR कम है, तो इसका मतलब है कि लोग ईमेल खोलते हैं, लेकिन क्लिक नहीं करते। ऐसे में, बटन को ज्यादा आकर्षक बनाना, टेक्स्ट को सरल करना या यूजर्स के लिए अतिरिक्त प्रेरणा जोड़ना ज़रूरी है।
DOI लागू करते समय और क्या ध्यान रखना चाहिए

सबसे पहले, एक्सपेरिमेंट से न डरें। सबसे अच्छा टाइटल, बटन का रंग और ईमेल का टेक्स्ट खोजने के लिए, यूजर्स के बीच A/B परीक्षण करें और अलग-अलग विकल्पों की आपस में तुलना करें। उदाहरण के लिए, शीर्षक हो सकते हैं: "अपने ईमेल की पुष्टि करें और गिफ्ट पाएं!" या "आपके लिए महत्वपूर्ण जानकारी", और भी अन्य विकल्प। यह पता लगाएँ कि कौन से शब्द, रंग और एलिमेंट का इस्तेमाल करना आपकी ऑडियंस के ज्यादा से ज्यादा हिस्से को आकर्षित करता है।
यह भी याद रखें कि DOI केवल ईमेल-मार्केटिंग का हिस्सा नहीं होना चाहिए। इसे अपनी समग्र CRM या MarTech-इकोसिस्टम का हिस्सा बनाएँ। इसके लिए इस टेक्नोलॉजी को व्यक्तिगत अकाउंट्स, चैट-बोट्स आदि में इंटीग्रेट करें, ताकि ग्राहक का पूरा रास्ता क्रमबद्ध हो और व्यक्तिगत डेटा की सुरक्षा के उच्च मानकों का पालन करे।
यदि यूजर ने ईमेल-न्यूज़लेटर के लिए सब्सक्रिप्शन लिया है, लेकिन अपना ईमेल पुष्टि नहीं किया है - तो दोबारा रिक्वेस्ट भेजें। DOI हमेशा पहली बार में काम नहीं करता। इसलिए इस प्रक्रिया को स्वचालित करना बेहतर होगा, ताकि जिन्होंने पहला मेल नहीं खोला, उन्हें दूसरा मेल अपने-आप भेजा जाए। अगर दूसरा मेल भी अनदेखा किया जाए, तो एक या दो हफ़्ते बाद तीसरी बार कांटेक्ट करें और यूजर को कोई बोनस दें - जैसे डिस्काउंट, प्रोमोकोड आदि। इसके अलावा, अपनी वेबसाइट और ईमेल न्यूज़लेटर्स के साथ-साथ अपने ग्राहकों को अपने बारे में भी याद दिलाना न भूलें। आप उन्हें टारगेटेड या कॉन्टेक्स्टुअल एडवरटाईज़िंग के जरिए भी याद दिला सकते हैं।
लेकिन यदि ग्राहक ने ईमेल-न्यूज़लेटर प्राप्त करने के विकल्प को हटा दिया है , तो उन पर दबाव डालकर नए मेल भेजना सही नहीं होगा। इससे केवल चिड़चिड़ापन पैदा होगा। सबसे प्रभावी तरीका है ग्राहक को जाने देना - और यदि वह चाहे, तो वह खुद दोबारा सब्सक्रिप्शन लेगा।
DOI को कौन उपयोग करता है
Double Opt-In का व्यापक उपयोग बड़ी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों द्वारा किया जाता है, विशेष रूप से यूरोप और अमेरिका में। यह न केवल सब्सक्राइबर बेस की क्वालिटी बढ़ाने में मदद करता है, बल्कि क़ानूनी जरूरतों को भी पूरा करता है (जैसे कि GDPR - General Data Protection Regulation, जो यूरोपीय संघ का व्यक्तिगत डेटा सुरक्षा कानून है, और CAN-SPAM Act - Controlling the Assault of Non-Solicited Pornography and Marketing Act, जो अमेरिका में व्यावसायिक ईमेल को नियंत्रित करता है)।
ईमेल पर टू-स्टेप सब्सक्रिप्शन का उपयोग अलग-अलग इंडस्ट्री की कई कंपनियाँ करती हैं। उदाहरण के लिए: LinkedIn DOI का उपयोग नकली अकाउंट्स और स्पैम-सब्सक्रिप्शन्स को कम करने के लिए करता है। Mailchimp (मार्केटिंग ऑटोमेशन और ईमेल सर्विस प्लेटफ़ॉर्म) भी इसी तरह काम करता है। सब्सक्रिप्शन फ़ॉर्म बनाते समय Mailchimp ईमेल-पुष्टिकरण के लिए Double Opt-In विकल्प को डिफ़ॉल्ट रूप से शामिल करता है। Mailchimp के कई क्लाइंट्स - बड़ी कंपनियाँ और ब्रांड्स - इस सिस्टम का उपयोग करते हैं। उदाहरण: TED Conferences अपनी ईमेल-न्यूज़लेटर्स के लिए Mailchimp और DOI का उपयोग करता है।
Amazon रजिस्ट्रेशन के समय मेल के जरिए ईमेल पुष्टिकरण की माँग करता है। इसी तरह, जब कोई यूजर न्यूज़लेटर का सब्सक्रिप्शन लेता है या अकाउंट सेटिंग्स बदलता है (जैसे कि डिस्काउंट नोटिफिकेशन), तब भी पुष्टिकरण मेल भेजा जाता है।
Zalando - जर्मनी की एक बड़ी यूरोपीय ई-कॉमर्स कंपनी (कपड़े, जूते, एक्सेसरीज़ और कॉस्मेटिक्स के लिए) DOI का उपयोग करती है। जब कोई यूजर नई कलेक्शंस या ऑफ़र्स के लिए सब्सक्रिप्शन लेता है, तो वह पुष्टिकरण ईमेल भेजती है।
Spotify भी रजिस्ट्रेशन या ईमेल-नोटिफिकेशन का सब्सक्रिप्शन लेते समय ईमेल-पुष्टिकरण की माँग करता है। यहाँ तक कि The New York Times भी जब पाठकों को न्यूज़लेटर का सब्सक्रिप्शन दिलाता है, तो एक कन्फोर्मशन ईमेल भेजता है, जिसमें सब्सक्रिप्शन पूरा करने के लिए लिंक होता है।
निष्कर्ष

यह समझना महत्वपूर्ण है कि DOI - क्वालिटी और डेटा सुरक्षा के बारे में है, न कि ग्राहक आधार को तेजी से बढ़ाने या बड़ी संख्या में सब्सक्राइबर जुटाने के बारे में। सबसे ज़्यादा उपयोगी DOI तब होता है, जब आप अपने ब्रांड की प्रतिष्ठा को सुधारना या पुनः स्थापित करना चाहते हों और उन ग्राहकों के साथ दीर्घकालिक संबंध बनाना चाहते हों, जो वास्तव में रुचि रखते हैं। लेकिन कुछ इस प्रकार के मामले भी हैं, जहाँ SOI का उपयोग ज्यादा सही हो सकता है। उदाहरण के लिए: किसी ऑफ़र या सीमित समय वाली सेल से पहले, नई ऑडियंस को टेस्ट करते समय, मनोरंजन परियोजनाओं में, जहाँ यूजर्स पर अतिरिक्त चरणों का बोझ डालना उचित न हो, और अन्य ऐसी स्थितियों में, जहाँ मात्रा और गति क्वालिटी से ज्यादा महत्वपूर्ण हो।
फिर भी, ब्रांड के दीर्घकालिक विकास के लिए DOI लागू करना सबसे प्रभावी है। इसे अपने संपूर्ण बिज़नेस-सिस्टम का हिस्सा बनाएँ, वास्तविक, रुचि रखने वाले और एक्टिव ग्राहकों का डेटाबेस तैयार करें, और इस प्रकार अपनी प्रतिष्ठा को बनाए रखें।